हरी ॐ !
में मेरी कहानी से सुरू करता हूं, हो सकता है यह कहानी आपको बोर करें लेकिन पूरी कहानी समझने के लिए थोड़ा कहानी के तल में जाना जरूरी है। मैं बहुत ही सामान्य फमिली से बड़े सपने देखने वाला, और हमेशा अपने ही खयालों में खोया हुआ रहता था। मैं हमेशा से अस्तित्व से प्रश्नो से बेचैन रह चुका हूं. जैसे जन्म का उद्देश्य, कर्म का उद्देश्य, मृत्यु का उद्देश्य इत्यादि। लेकिन जिसने यह जन्म दिया है उसिने मुझे इस जगह पर भी पहुंचाया। मुझे समझ नहीं आ रहा है क्या क्या लिखूं, लेकिन मैं में एक ई-बुक लिख रहा हूं जल्द ही आपको प्राप्त होगी.
प्रतिक्षा किजिए! …


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